खुशमिजाजी तेरे मन का मूल है, स्वार्थ की इस पर जमीं क्यों धूल है, रोते के लब पर हंसी खुशमिजाजी तेरे मन का मूल है, स्वार्थ की इस पर जमीं क्यों धूल है, रोते के ल...
बीती रात कमल दल फूले गोधूली में संग झूला झूले। बीती रात कमल दल फूले गोधूली में संग झूला झूले।
कथा नदी की कौन लिखे तब, बिना मूल का पता लगाए। कथा नदी की कौन लिखे तब, बिना मूल का पता लगाए।
विजय ध्वज फहराएगा चहुँ दिशि भारत का। विजय ध्वज फहराएगा चहुँ दिशि भारत का।
मूल अर्थ ने विस्मृत कर प्र को और विस्तृत कर। मूल अर्थ ने विस्मृत कर प्र को और विस्तृत कर।
घर से बाहर नहीं जाना है कोरोना को हारना है। घर से बाहर नहीं जाना है कोरोना को हारना है।